Sunday, August 31, 2014

मेरा दिल नंगे पैर..

तेरी यादें काँच का टुकड़ा - - -
मेरा दिल नंगे पैर..

बेवफ़ा कहाँ तक हैं

ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक हैं,
तू सितम कर ले, तेरी हसरत जहाँ तक हैं,
वफ़ा की उम्मीद, जिन्हें होगी उन्हें होगी,
हमें तो देखना है, तू बेवफ़ा कहाँ तक हैं.

सांसों की मोहलतें

फ़ुर्सतें मिलें जब भी रंजिशें भुला देना .....
कौन जाने सांसों की मोहलतें कहाँ तक है....!!!!!

दिल लगा बैठे हो

क्या बात है
बडे चुपचाप से बैठे हो
कोई बात दिल पर लगी है
या दिल लगा बैठे हो...

दिल भर आता है

कमबख्त दिल भी कमाल करता है...
जब खाली-खाली होता है, भर आता है...

दुआ कबूल हो

तेरी ज़िन्दगी से चली जाऊ ये तेरी दुआ थी
और तेरी हर दुआ कबूल हो ये मेरी दुआ थी..

तुम्हे भूल जाना

अब तो अपने 'दिल 'से भी नाता तोड़ लिया हमने ...
'सिरफिरा' तुम्हे भूल जाने की हिदायत दे रहा था !!

Wednesday, August 27, 2014

बेवक्त बेवजह बेसबब बेरुखी

बेवक्त बेवजह बेसबब सी बेरुखी तेरी
और फिर भी तुझे बेइन्तहाँ चाहने की बेबसी मेरी...

Tuesday, August 19, 2014

हम याद तो आएँगे

उन लम्हों की यादें ज़रा संभाल के रखना जो हमने साथ बिताए थे,
क्योंकि हम याद तो आएँगे मगर लौट कर नहीं !

Monday, August 11, 2014

अकेले खुश रहते हो

मुस्कुराने की आदत भी कितनी महँगी पड़ी हमको ...
भुला दिया सब ने ये कह कर कि-
"तुम तो अकेले भी खुश रह लेते हो...!!!"

Sunday, August 10, 2014

जहर

बस कंठ ही हमारा नीला नही है

वरना जहर तो हमने भी कम नही पिया

अपने ही बहुत हैं

यह कह कर मेरा दुश्मन मुझे हँसते हुए छोड़ गया;
कि तेरे अपने ही बहुत हैं तुझे रुलाने के लिए।

Friday, August 8, 2014

हासिल नहीं होता

सब कुछ हासिल नहीं होता ज़िन्दगी में
यहाँ किसी का "काश" तो किसी का "अगर"छूट ही जाता है.

Thursday, August 7, 2014

मौत तक वफा...

​मोहब्बत की आजमाइश दे दे कर थक गया हूँ​ ​ऐ खुदा​;

किस्मत मेँ कोई ऐसा लिख दे, जो मौत तक वफा करे..

जीना पड़ा मुझे....

फिर उसने मुस्कुरा के देखा मेरी तरफ़

फिर एक ज़रा सी बात पर जीना पड़ा मुझे।