Friday, October 30, 2015

दीदार

तेरे दीदार से होती है मेरी सुबह शुरु....
बहुत तकलीफ देता है तेरा यूँ देर तक सोना....

Sacrifices

Untold sacrifices are never valued and told sacrifices are  never believed..

Wednesday, October 28, 2015

हम सा बेजुबां

तुम अपने ज़ुल्म की इन्तेहाँ कर दो......

फिर कोई हम सा बेजुबां मिले ना मिले…..

Friday, October 16, 2015

गुमनाम

कभी ये आरजू थी कि हर कोई जाने मुझे!!!

आज ये तलब है कि गुमनाम ही रहूं मैँ !!!!

हमसा तुमसा

हमें होई तुमसा मिल जाये,

नामुमकिन सही लेकिन

तुम्हे भी कोई हमसा मिल जाये

बड़ा मुश्किल सा लगता है..

अख़बार नहीं

तेरे ही किस्से तेरी ही कहानियाँ मिलेंगी मुझमें,
मैं कोई अख़बार नहीं जो रोज़ बदल जाऊं...

इस दौर के रिश्ते

कुछ ऐसे हो गए हैं, इस दौर के रिश्ते,
जो आवाज़ तुम न दो,
तो बोलते वो भी नही....!

Wednesday, October 14, 2015

तासीर

तासीर इतनी ही काफी है कि तू मेरा दोस्त है..!!
क्या ख़ास है तुझमे, ऐसा मैंने कभी सोचा ही नही....!!

आखों मे धूल

किसी ने धूल क्या झोकी आखों मे ...
कम्बख़्त पहले से बेहतर दिखने लगा ।

Tuesday, October 13, 2015

आइने की तरह

आख़िर तुम भी उस आइने की तरह ही निकले,
जो भी सामने आया तुम उसी के हो गए..

Monday, October 12, 2015

बेवजह है

बेवजह है, तभी मोहब्बत है,

वजह होती, तो साजिश होती।

Sunday, October 4, 2015

"हुनर"

"हुनर" सड़कों पर तमाशा करता है .
और "किस्मत" महलों में राज करती है!

आराम

सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए,

आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर।

वक़्त

वक़्त ने कहा.....काश थोड़ा और सब्र होता!!!
सब्र ने कहा....काश थोड़ा और वक़्त होता!!!

दो मसले

बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए!!!
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए!!!