Monday, June 29, 2015

बेहतर दिखने लगा है

किसी ने धूल क्या झोंकी आँखों में,

पहले से बेहतर दिखने लगा है।

Sunday, June 21, 2015

वहम

बहुत याद करता है कोई हमें दिल से
न जाने दिल से ये वहम क्यों नही जाता

Sunday, June 14, 2015

बदलने का गम

मुझे किसी के बदल जाने का गम नही है,

बस कोई था जिससे ये उम्मीद नही थी..!!

शिकायतें

वो रूठ के बोली... 
"तुम्हें सब शिकायतें मुझ ही से हैं,"
हम ने सर झुका के कह दिया..,
"मुझे सब उम्मीदें भी तो तुझ ही से हैं"..!!

अजीब चीज है

झूठ भी बड़ी अजीब चीज है,
बोलना अच्छा लगता है, सुनना बुरा !!!

तमाशा

सदियो की तरक्की का

बस इतना खुलासा है

बस्ती मे खामोशी है

व्हाटसप मे तमाशा है..

झूठ

इस दुनियाँ के हर शख्स को नफरत है "झूठ" से...

मैं परेशान हूँ ये सोचकर, कि फिर ये "झूठ" बोलता कौन है?                             

Monday, June 8, 2015

सच की तलाश में

चलो सो जाते हैं फ़िर किसी सच की तलाशमें....
सुबह फ़िर इस झूठी दुनिया का दीदार करना है....

Saturday, June 6, 2015

मोहब्बत

मत पूछो कितनी मोहब्बत है मुझे उनसे,

बारिश की बूँद भी अगर उन्हें छू ले, तो दिल में आग लग जाती है...!

घायल करने का इरादा

तुम घायल करने का इरादा रखो अगर,

कौन कमबख्त ठीक होने की ख्वाहिश रखेगा भला........!

Thursday, June 4, 2015

'उम्र' और 'ज़िन्दगी'

'उम्र' और 'ज़िन्दगी' में फर्क बस इतना...
जो तेरे बिन बीती, वो 'उम्र'....
जो तेरे साथ बीती, वो 'ज़िन्दगी'....

Tuesday, June 2, 2015

बचपन

अभी अभी कुछ गुज़रा है,
लापरवाह, धूल में दौड़ता हुआ,

ज़रा पलट कर देखुं तो,
बचपन था शायद...

Monday, June 1, 2015

दो मसले

बस यही दो मसले,
ज़िन्दगी भर ना हल हुए।
ना नींद पूरी हुई,
ना ख्वाब मुकम्मल हुए।

वक़्त ने कहा,
काश थोड़ा और सब्र होता।
सब्र ने कहा,
काश थोड़ा और वक़्त होता।