Tuesday, February 16, 2016

लफ्ज

वो लफ्ज कहां से लाऊं जो तेरे दिल को मोम कर दें,

मेरा वजूद पिघल रहा है तेरी बेरूखी से..!!

Monday, February 15, 2016

हीरो

हर आदमी अपनी जिंदगी में हीरो है

बस कुछ लोगों की फिल्में रिलीज़ नहीं होती..

Thursday, February 11, 2016

नई ग़ज़ल

आज कहीं खो गए शायर सारे,
लगता है शहर में कोई नई ग़ज़ल आई है..

Tuesday, February 9, 2016

लम्हा-लम्हा

मैं लम्हा-लम्हा   " हम "  में घुलता रहा,

तुम बेपरवाह सदा "तुम" ही रहे ....!!

Sunday, February 7, 2016

हिचकियों में वफ़ा

हिचकियों में वफ़ा ढूंढ रहा था,,,

कमबख्त गुम हो गयी दो घूँट पानी से ।

सीढ़ियां

सीढ़ियां उन्हें मुबारक जिन्हें छत पर जाना है,
मेरी मंजिल तो आंसमा है रास्ता खुद बनाना है।।।

ऑनलाइन शोर

न जाने जिंदगी का ये कैसा दौर है...,
इंसान खामोश हैं,

और ऑनलाइन पर बातो का शोर है...!

शौक मरने का

अजब जज्बा है .जवानी मैं इश्क़ करने का ..!

उम्र जीने की है ..ओर.. शौक मरने का...!!