Saturday, October 9, 2010

दिल !

अभी बात नयी है इसलिए तुझे दर्द कुछ ज्यादा है ऐ दिल !

जरा उन से ले नसीहत जिन के हज़ार मर्तबा टूटे हैं दिल ....मधु

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