Wednesday, April 16, 2014

आज वो काबिल हुए

आज वो काबिल हुए,
जो कभी काबिल ना थे...

और
मंज़िलें उनको मिली,
जो दौड़ में शामिल ना थे...!!!
अमीर तो हम भी थे दोस्तों,
बस दौलत सिर्फ दिल की थी...
खर्च तो बहुत किया,
पर गिनती सिर्फ सिक्कों की हुई..

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