Sunday, February 8, 2015

चाँद से दिन

मत किया करिये दिन के उजालों की ख्वाहिशें ऐ हजूर,
ये आशिक़ों की बस्तियाँ हैं यहाँ चाँद से दिन निकलता हैं..!!!

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