एक समन्दर है .......जो मेरे काबू में है .......
एक समन्दर है .......जो मेरे काबू में है ...
पर....एक कतरा है ....जो मुझसे संभाला नहीं जाता ......
एक उम्र है .......जो मुझे बितानी है तेरे बगैर ....
पर .....एक लम्हा है ........जो मुझसे काटा नहीं जाता ..
No comments:
Post a Comment